बेबी तारे भी छींकते हैं! वैज्ञानिकों ने नई खोज में किया दावा

क्या आपने कभी सोचा है कि तारे भी छींकते हैं? जी हाँ, वैज्ञानिकों ने एक नई खोज में दावा किया है कि बेबी तारे (नए जन्मे तारे) भी छींकते हैं। यह छींक असल में एक विस्फोट होता है, जिसमें से गैस, धूल और चुंबकीय ऊर्जा निकलती है।

पृथ्वी से लगभग 450 प्रकाश वर्ष दूर है तारों का जन्मस्थान:

यह खोज जापान में क्यूशू विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने की है। उन्होंने ALMA नामक एक विशाल टेलीस्कोप का उपयोग करके MC 27 नामक तारों के समूह का अध्ययन किया। MC 27 पृथ्वी से लगभग 450 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है और यह नए तारों का जन्मस्थान है।

बेबी तारों को भी आती है छींक:

वैज्ञानिकों ने पाया कि MC 27 में कुछ बेबी तारे गैस और धूल से बने एक डिस्क से घिरे हुए हैं। यह डिस्क तारे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और भविष्य में ग्रहों के निर्माण में भी मदद कर सकती है।इन बेबी तारों में से कुछ समय-समय पर विस्फोट करते हैं, जिन्हें वैज्ञानिक छींक कहते हैं। इन विस्फोटों से गैस, धूल और चुंबकीय ऊर्जा अंतरिक्ष में निकल जाती है।वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि इन छींकों का अध्ययन करके वे तारों के निर्माण के बारे में अधिक जान सकते हैं। यह जानकारी ब्रह्मांड की हमारी समझ को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है।

तो अगली बार जब आप रात में आकाश की ओर देखें, तो याद रखें कि तारे भी छींकते हैं!

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